फ़्री में मिले बल्ब के होल्डर को खोलने पर उड़े कारोबारी के होश, लगा मिला डिवाइस और सिम कार्ड
कौशाम्बी: यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या के गृह जनपद कौशाम्बी की खुफिया तंत्र में उस समय हड़कम्प मच गया जब एक कारोबारी को फ्री में दिए गए बल्ब के होल्डर में डिवाइस और सिम लगी मिली.
क्या है पूरा मामला?
मामला कोखराज थाना क्षेत्र के भरवारी नगर पालिका का है. जहां भरवारी कस्बा के रहने वाले अनिकेत केशरवानी खाद के कारोबारी हैं. अनिकेत ने एक महीने पहले कैम्प से कुछ एलईडी बल्ब खरीदे थे. जिसके बाद 7 अक्टूबर को अनिकेत के पास एक युवक ने फोन किया कि उसे ग्राम उजाला योजना के तहत दो एलईडी बल्ब फ्री मिले हैं. युवक ने फोन पर ही अनिकेत से उसका पता पूछा और उसके बाद दो युवक अनिकेत घर पहुंच गए.
बल्ब का होल्डर खोलकर देखा तो रह गया दंग
कारोबारी अनिकेत के मुताबिक युवकों ने एक फॉर्म भरवा कर उसे दो एलईडी बल्ब फ्री में दिए, इतना ही नही युवकों ने होल्डर लगा एलईडी बल्ब देने के बाद उसके घर की फोटो भी खींचा था. अनिकेत के मुताबिक जिन लोगों ने उसे फ्री में एलईडी बल्ब दिया, उनके पास 50 से अधिक लोगों की सूची पहले से ही तैयार थी. 3 दिन पहले एक बल्ब ने जलना बंद कर दिया तो अनिकेत उसे लेकर खोला तो वह दंग रह गया.
होल्डर अंदर डिवाइस में लगा मिला सिम कार्ड
अनिकेत ने देखा कि होल्डर के अंदर एक डिवाइस लगी हुई है. इस डिवाइस पर सिम भी लगी हुई थी. एलईडी बल्ब के होल्डर में सिम मिलने के बाद से हड़कंप मचा है. लोगों को समझ नहीं आ रहा है कि आखिर इसके पीछे क्या मकसद हो सकता है. कुछ लोग इसे घर के भीतर नापाक निगाह बता रहे हैं तो किसी को बड़े आपराधिक गैंग की ब्लैकमेलिंग की साजिश समझ आ रही है.
वहीं,अनिकेत की मानें तो जिले की खुफिया तंत्र और पुलिस कर्मियों ने उसे या डिवाइस अपने कब्जे में ले लिया है. जब अनिकेत ने उनसे डिवाइस के संबंध में पूछा तो उन्होंने बताया कि यह आतंकवादी संगठनों का भी काम हो सकता है. जिसके लिए इसे कब्जे में लेकर जांच की जा रही है.
मामला पुलिस और प्रशासनिक अफसरों के संज्ञान में आने के बाद जांच शुरू हो गई है, इस पूरे मामले का संज्ञान लेते हुए जिले के खुफिया तंत्र सक्रिय हो गए हैं , इस डिवाइस को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है. मामले में पुलिस अधीक्षक राधेश्याम विश्वकर्मा मीडिया के सामने कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं. उन्होंने मीडिया के सामने आए बिना बताया कि वह इस पूरे मामले की विस्तृत छानबीन करवा रहे हैं. छानबीन के बाद ही कुछ बताया जा सकता है.
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें