संयुक्त राष्ट्र संघ के प्रमुख अंग व विवरण

General Studies के लिए उपयोगी :संयुक्त राष्ट्र संघ के अंग संयुक्त राष्ट्र संघ के छः अंग हैं : महासभा सुरक्षा परिषद आर्थिक एवं सामाजिक परिषद प्रान्यास परिषद अंतरराष्ट्रीय न्यायालय सचिवालय संयुक्त राष्ट्र संघ के विशिष्ट अभिकरण - खाद्य और कृषि संगठन अन्तराष्ट्रीय श्रम संगठन विश्व स्वास्थ्य संगठन शिक्षा, विज्ञान और संस्कृति संबंधी संगठन -यूनेस्को पुनर्निर्माण और विकास के लिए अन्तराष्ट्रीय बैंक-विश्व बैंक अन्तराष्ट्रीय मुद्रा कोष अन्तराष्ट्रीय वित्त निगम अन्तराष्ट्रीय दूरसंचार संघ अन्तराष्ट्रीय दूरसंचार उड्डयन संगठन विश्व मौसम विज्ञान संघ अन्तराष्ट्रीय बाल संकट कोष अन्तराष्ट्रीय समुद्र-परामर्श संगठन अन्तराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा अभिकरण विश्व डाक संघ संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी-उच्चायुक्त संयुक्त राष्ट्र संघ से संबंधित अन्य संस्थाएँ - अन्तराष्ट्रीय विकास संघ संयुक्त राष्ट्र औद्योगिक विकास संस्था व्यापार तथा विकास हेतू संयुक्त राष्ट्र सम्मलेन व्यापार तथा सीमा शुल्क पर सामान्य समझौता अन्तराष्ट्रीय कृषि विकास कोष विश्व बौद्धिक संपत्ति संस्था संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम अन्तराष्ट्रीय दूरसंचार उपग्रह संघ संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या गतिविधियों से सम्बद्ध कोष नीदरलैंड मे हेग स्थित अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के अलावा सभी अंग संयुक्त राष्ट्र के न्यूयार्क स्थित मुख्यालय मे है. महासभा महासभा संयुक्त राष्ट्र संघ की व्यवस्थापिका है, इसमें सभी सदस्य राष्ट्रों के प्रतिनिधि सम्मिलित रहते है। प्रत्येक सदस्य राष्ट्र इसमें अपने पांच प्रतिनिधि भेज सकता है, किंतु प्रत्येक सदस्य राष्ट्र का वोट एक ही होता है। महासभा शांति, निशस्त्रीकरण, आर्थिक विकास, परमाणु शक्ति का शांतिमय उपयोग, सामाजिक प्रगति, मानवीय अधिकार इत्यादि सभी विषयों पर विचार कर सकती है। इसकी बैठक वर्ष में एक बार अवश्य होती है। किंतु सुरक्षा परिषद् के आव्हान पर इसकी आपात बैठक कभी भी बुलाई जा सकती है। महासभा के अध्यक्ष को प्रतिनिधियों में से ही एक वर्ष के लिए चुना जाता है। महासभा सुरक्षा परिषद् के 10 अस्थायी सदस्यों, आर्थिक और सामाजिक परिषद् के 54 सदस्यों, ट्रस्टीशिप कौंसिल के कुछ सदस्य (सुरक्षा परिषद् के साथ) और अंतराष्ट्रीय न्यायालयों के न्यायाधीशों का चुनाव करती है, इसको संयुक्त राष्ट्र संघ के अन्य कार्यकलापों पर भी विचार करने का अधिकार है। संयुक्त राष्ट्र संघ का बजट भी महासभा द्वारा पारित किया जाता है। समितियाँ - महासभा में संयुक्त राष्ट्र संघ की सात मुख्य समितियाँ है - आर्थिक, सामाजिक, प्रन्यास, विधि, प्रशासकीय एवं राजनैतिक समितियाँ। सुरक्षा परिषद् सुरक्षा परिषद् संयुक्त राष्ट्र संघ की कार्यपालिका है। इसके पांच स्थायी और दस अस्थायी सदस्य है। अमरीका, रूस, ब्रिटेन, फ़्रांस और चीन स्थायी सदस्य है। अस्थायी सदस्यों को दो वर्ष के लिए सदस्य राष्ट्रों में से चुना जाता है। सुरक्षा परिषद् के प्रत्येक स्थायी सदस्य को वीटो प्राप्त है। वीटो का अर्थ है निषेधात्मक वोट। किसी भी स्थायी सदस्य के द्वारा इसका प्रयोग करने पर कोई भी प्रस्ताव स्वीकृत नहीं हो सकता। अस्थाई सदस्यों को विश्व के अलग अलग क्षेत्रो से एक निश्चित संख्या में चुना जाता है। इनका क्षेत्रीय वितरण इस प्रकार है - एफ्रो-एशियन 5 , लेटिन-अमरीका 2 , पूर्वी यूरोप 1 , पश्चिमी यूरोप व अन्य 2 महत्वपूर्ण विषयों पर निर्णय लेने के लिए नौ वोटो की आवश्यकता पड़ती है बशर्ते कि पांच स्थाई सदस्यों में से किसी का भी निषेधात्मक वोट न हो। अधिकार और कार्य - यह महासभा के साथ अंतर्राष्ट्रीय न्यायलय के न्यायाधीशों को चुनती है। यह नये सदस्यों के प्रवेश, पुराने सदस्यों के निष्कासन या निलंबन और महामंत्री की नियुक्ति की संस्तुति करती है। संयुक्त राष्ट्र संघ के उद्देश्यों एवं सिद्धांतों के अनुकूल अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा को बनाये रखने का प्रयास करती है। उन विवादों की जांच करती है, जिनमे अंतर्राष्ट्रीय शांति भांग होने की आशंका हो। शस्त्रास्त्रों के नियमन की योजना बनाती है। आक्रमणों को रोकने के शांतिमय उपाय करती है तथा यदि आवश्यक हो, तो आक्रमण के विरुद्ध सैनिक कार्यवाही भी करती है। आर्थिक और सामाजिक परिषद् इसमें 57 सदस्य होते है, जो कि महासभा द्वारा तीन वर्ष के लिए चुने जाते है। इसके निम्नांकित उद्देश्य है:- महासभा के सत्ताधिकार में संयुक्त राष्ट्र संघ के आर्थिक एवं सामाजिक कार्य-कलापों के लिए उत्तरदायी होना। अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक, स्वास्थ्य-संबंधी एवं शैक्षिक विषयों पर अध्ययन, प्रतिवेदन एवं अभिप्रस्ताव प्रस्तुत करना। जाति, लिंग, भाषा और धर्म का भेद-भाव किये बिना मानव अधिकारों एवं मौलिक स्वाधीनता के लिए समान-भाव की अभिवृद्धि एवं सर्वत्र उनका पालन।

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